‘21वीं सदी के इलाहाहाबादी’ का विमोचन करते अतिथि । |
कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबांेधित करते सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति पंकज मित्थल। |
मुख्य अतिथि माननीय पंकज मित्थल ने कहा कि गुफ़्तगू और इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी ऐसा कार्य कर रहे हैं, जिसके लिए इलाहाबाद पहचाना जाता है। यह बहुत उल्लेखनीय कार्य है, इसकी हर स्तर पर सराहना की जानी चाहिए। कार्यक्रम का संचालन मशहूर गीतकार यश मालवीय ने किया। राज्य उपभोक्ता विवाद परितोष आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अशोक कुमार ने कहा कि ‘21वीं सदी के इलाहाबादी’ एक बेहद की महत्वपूर्ण किताब है, ऐसे कार्य से हम इतिहास को सहेजते हैं, इम्तियाज़ ग़ाज़ी ने इसे करके दिखा दिया है।
इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी ने कहा कि इलाहाबाद में महत्वपूर्ण कार्य करने वाले लोगों के बारे में अपनी अगली पीढ़ी को बताने के लिए यह किताब लिखी गई है। आमतौर साहित्यकारों के बारे में तो कुछ न कुछ लिख ही दिया जाता है, लेकिन दूसरे क्षेत्रों में काम करने वालों के बारे में प्रायः नहीं लिखा जाता है, इसलिए भी इस किताब का लिखना बहुत जरूरी था।
‘21वीं सदी के इलाहाहाबादी सम्मान’ प्राप्त करते पूर्व मंत्री डॉ. नरेंद्र सिंह गौर। |
‘21वीं सदी के इलाहाहाबादी सम्मान’ प्राप्त करते पूर्व विधायक अनुग्रह नारायण सिंह। |
‘21वीं सदी के इलाहाहाबादी सम्मान’ प्राप्त करतीं पद्मश्री राज बवेजा। |
‘21वीं सदी के इलाहाहाबादी सम्मान’ प्राप्त करते लालजी शुक्ला। |
‘21वीं सदी के इलाहाहाबादी सम्मान’ प्राप्त करते यश मालवीय। |
‘21वीं सदी के इलाहाहाबादी सम्मान’ प्राप्त करते डॉ. एस.पी. सिंह। |
अघ्यक्षता कर रहे वरिष्ठ पत्रकार के. विक्रमराव ने कहा कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है। ऐसी किताबों से दूसरें लोगों को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। आमतौर पर पत्रकारों के बारे में नहीं लिखा जाता, लेकिन इम्तियाज ग़ाज़ी ने इसमें पत्रकारों को भी शामिल करके एक बड़ा और अनोखा कार्य किया है। गुफ़्तगू के सचिव नरेश महरानी के सबके प्रति धन्यावद ज्ञापन किया।
कार्यक्रम के दौरान एक साथ बैठे हुए चिदुप अग्रहरि, अनुग्रह नारायण सिंह और डॉ. नरेंद्र सिंह गौर। |
‘21वीं सदी के इलाहाहाबादी सम्मान’ प्राप्त करते इंटरनेशनल बैडमिंटन खिलाड़ी अभिन्न श्याम गुप्ता। |
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