शनिवार, 6 मई 2023

गुफ़्तगू के जनवरी-मार्च 2023 अंक में



4. संपादकीय: दो प्रशासनिक अधिकारियों की शायरी

5. पवन कुमार का परिचय

6-7. प्रशासन और साहित्य का रिश्ता बहुत अहम - पवन कुमार

8-9. एक संजीद शायर पवन कुमार - शम्सुर्रहमान फ़ारूक़ी

10-11. अहसासों की आवाज़ है पवन की शायरी  - शीन काफ़ निज़ाम

12. बारहागे ग़ज़ल का एक खिदमतगार- अक़ील नोमानी

13-14. इम्कानात की राहों के रौशन चिराग़ हैं पवन कुमार - डॉ. राकेश तूफ़ान

15-18. नई पीढ़ी का अलबेेला शायर पवन कुमार - डॉ. फुरकान अहमद सरधनवी

19-21.साहित्य के पटल पर जगमगाता सितारा - अशोक श्रीवास्तव ‘कुमुद’

22-61. पवन कुमार की ग़ज़लें

62. अनुराग मिश्र ‘ग़ैर’ का परिचय

63-64. अफ़सरी लबादा उतारकर अमरोहा के गली-कूचों के नशिस्तों में होता हूं शामिल- अनुराग ग़ैर

65. किधर है राजधानी ढूढ़ते हैं - यश मालवीय

66-67. रोमांश के सफल ग़ज़लकार अनुराग ग़ैर- अखिलेश मयंक

68-69. ग़ैर की ग़ज़लों में अपनापन- इश्क़ सुल्तानपुरी

70-71. ग़ैर की ग़ज़लों में जीवन के अनेक रंग- डॉ. शैलेष गुप्त ‘वीर’

72-73. नई उम्मीदें जगाता एक शायर- अतिया नूर

74-75. समाज के सभी पहलुओं पर रेखांकित शायरी-शगुफ़्ता रहमान ‘सोना’

76-78. शानदार कृतित्व के रचनाकार हैं ग़ैर- नीना मोहन श्रीवास्तव

79. प्रेम, रति, हास और मनुहार का समावेश- साजिद अली सतरंगी

80-111. अनुराग मिश्र ‘ग़ैर’ की ग़ज़लें

112-118. तब्सेरा: हमारे चाहने वाले बहुत हैं, अंबर छलके, संोंधी महक, अक्षर-अक्षर गढ़कर, सरगोशियां, प्यार बिना, मेरी तल्खियां

119-121. उर्दू अदब:  ग़ज़ल पारा, नियामतउल्लाह अंसारी-शख़्सियत और कारनामे, सवांही नॉॅवेल, काविश-ए-तलअत, 

122-123. गुलशन-ए-इलाहाबाद: सादिक़ हुसैन सिद्दीक़ी

124-125. ग़ाज़ीपुर के वीरः स्वामी सहजानंद सरस्वती

126-130. अदबी ख़बरें

131-132. अमर राग की कविताएं


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