सोमवार, 3 जून 2019

महिला ग़ज़ल विशेषांक (अप्रैल-जून: 2019 अंक) में


3. संपादकीय (ग़ज़ल लेखन में सक्रिय हैं महिलाएं)
4. डाक (आपके ख़त)
5-8. ख़ास लेख ( कुछ मिरी मिट्टी में बग़ावत थी बहुत- वीना श्रीवास्तव)
9-11. स्तंभ लेख (शानदार ग़ज़लें कह रही हैं महिलाएं-अना इलाहाबादी )
12-39. ग़ज़लें ( नजमा नाहीद अंसारी, नमिता राकेश, सुमय्या राणा ग़ज़ल, उर्वशी जाह्वनी अग्रवाल, वीना श्रीवास्तव, अंजू सिंह गेसू, स्वधा रवींद्र उत्कर्षिता, पूजा बहार, संगीता कसिरेड्डी, कल्पना रामानी, डाॅ. कविता विकास, डाॅ. मीना नक़वी, चित्रा भारद्वाज ‘सुमन’, ममता देवी, शुभदा वाजपेयी, आशा सिंह, डाॅ. औरीना अदा, डाॅ. नसीमा निशा, गरिमा सक्सेना, सुनीता कम्बोज, अंजू कुमारी दास, डाॅ. भारती वर्मा बौड़ाई, चारु अग्रवाल गुंजन, सोनिया वर्मा, संगीता चैहान विष्ट, शायर भकत भवानी, अतिया नूर, रीता सिवानी, तारा गुप्ता, डाॅ. नीलम रावत, डाॅ. नीलिमा मिश्रा, अना इलाहाबादी, डाॅ. अन्नपूर्णा श्रीवास्तव, विकास भारद्वाज ‘सुदीप’, डॉ. ज्योत्स्ना शर्मा, अंजलि सिफर, शुभा शुक्ला मिश्रा, डाॅ. मंजरी पांडेय, वंदना मोदी गोयल, दीपशिखा सागर, पुष्पलता शर्मा, मंजूषा मन, अलका मिश्रा, रमोला रूथ लाल, राजमती पोखराना, अनीता मौर्या अनुश्री, निधि चौधरी, कुमारी अर्चना बिट्टू,, कंचन पांडेय, गीता सिंह, सीमा सिंह, महक जौनपुरी, जयश्री श्रीवास्तव, सौम्या दुआ, शिखा जैन, ललिता नारायण पाठक, रचना सक्सेना )40-45. इंटरव्यू (नासिरा शर्मा ) - डाॅ. गणेश शंकर श्रीवास्तव
46-49. चौपाल (ग़ज़ल लेखन में महिलाओं का क्या योगदान है ?)
50-53. तब्सेरा (आखि़र मैं हूं कौन, किसकी रचना, प्रेम विरह में आलोकि, दोहा विशेषांक)
54-55. गुलशन-ए-इलाहाबाद : (डाॅ. कृष्णा मुखर्जी)- इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी
56-58. ग़ाज़ीपुर के वीर-6 (राष्ट्रवाद के प्रेरणास्रोत डाॅ. मुख़्तार अंसारी)- मुहम्मद शहाबुद्दीन ख़ान
59-63. अदबी ख़बरें
64-91. परिशिष्ट-1: सुमन ढींगरा दुग्गल
64. सुमन ढींगरा दुग्गल का परिचय
65-66. साहित्य के गहरे पानी की मछली- ममता देवी
67. शायरी की दुनिया का रौशन सितारा- अतिया नूर
68-91. सुमन ढींगरा दुग्गल की ग़ज़लें

92-108. परिशिष्ट-2: इफ़्फत ज़हरा रिज़वी
92. इफ़्फ़त ज़हरा रिज़वी का परिचय
93-95. सूक्ष्म अनुभूतियों की सजग रचनाकार- डाॅ. नीरजा मेहता
96. इफ़्फ़त की शायरी में दर्द, मुहब्बत और तंज- प्रिया श्रीवास्तव
97-118. इफ़्फ़त ज़हरा रिज़वी की ग़ज़लें

119-152. परिशिष्ट -3: शिबली सना
119. शिबली सना का परिचय
120. शायरी के आसमान का चमकता सितारा- हसनैन मुस्तफ़ाबादी
121. सांवली घटा की भींगी सुगंध की तरह- डाॅ. अनुराधा चंदेल ‘ओस’
122-145. शिबली सना की ग़ज़लें

146-152. इस बार इन्हें मिला एवार्डः (अकबर इलाहाबादी सम्मान: बुद्धिसेन शर्मा। बेकल उत्साही सम्मान: नय्यर आक़िल, अरुण आदित्य, जैनुल आबेदीन खान, फ़रहत अली ख़ान, उबैदुर्रहमान सिद्दीक़ी, अख़्तर अ़ज़ीज़, राम लखन चैरसिया, रचना सक्सेना। सुभद्रा कुमारी चौहान सम्मान: इफ़्फ़त ज़हरा रिज़वी, पूजा बहार, सुमय्या राणा, नमिता राकेश, अंजु सिंह गेसू, वीना श्रीवास्तव, नजमा नाहीद अंसारी, उर्वशी अग्रवाल उर्वी, स्वधा रवींद्र उत्कर्षिता, सुमन ढींगरा दुग्गल, शिबली सना। सीमा अपराजिता सम्मान: शकीला सहर, पारो चौधरी, कुमारी निधि चौधरी, मधुबाला, अदिति मिश्रा)

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