गुफ़्तगू के जुलाई-सितंबर 2025 अंक में
3.संपादकीय- प्रो. पुष्पिता अवस्थी पर यह अंक
4-13. विश्व-चेतना की कवयित्री पुष्पिता अवस्थी - प्रो. अर्जुन चौहान
14-17. भोजपत्र: सगुण एवं निर्गुण का संधिपत्र- डॉ. विवेक मणि त्रिपाठी
18-20. पुष्पिता अवस्थी की कहानियों में सांस्कृतिक गरिमा - डॉ. सरोज सिंह
21.दृश्य रचती हैं पुष्पिता अवस्थी - यश मालवीय
22-23. पुष्पिता अवस्थी होना आसान नहीं- डॉ. इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी
24-29. मानवीय संवेनाओं की कहानियां - डॉ. विशाला शर्मा
30-31. हम तुम्हें ज़िन्दगी ज़िन्दाबाद करना सिखाएंगे- डॉ. धनंजय चोपड़ा
32-34. कविताओं की डोर से बंधा रहा हूं - अरुण अर्णव खरे
35-38. वैश्विक छवि की प्रतिमूर्ति प्रो. पुष्पिता अवस्थी - डॉ. वीरेंद्र कुमार तिवारी
39-41. डॉ. पुष्पिता की कविताओं में पूरी ताज़गी- शिवा शंकर पांडेय
42-44. अंतस की टीस को शब्दों में गढ़ती पुष्पिता - डॉ. संतोष कुमार मिश्र
45-47. विवशता और स्वेच्छा का अंतर बताता ‘छिन्नमूल’- डॉ. रूबीना शमीम ख़ान
48-49. परिभाषाओं से परे एक व्यक्तित्व - निरुपमा खरे
50-53. सूरीनाम के लिए विकीपीडिया है ‘अनुभव और अनूभूतियां’- डॉ. शैलेष गुप्त ‘वीर’
54-55. हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा- डॉ. शहनाज़ जाफ़र बासमेह
56. अनंत आकाश की तरह वृहद रचना संसार- मनमोहन सिंह ‘तन्हा’
57-60. हिन्दुस्तानी प्रवासियों के संघर्ष की कहानी ‘छिन्नमूल’- रचना सक्सेना
61-62. उत्कृष्ठ प्रतिभाशाली कवयित्री पुष्पिता- शमा फ़िरोज़
63-65. देह है तो प्रेम है, परस्पर संवाद है- डॉ. प्रीता पंवार
66. चमत्कृत करती रचनाएं - मंजुला शरण
67-68. प्रेम और संवेदना की प्रतिमूर्ति पुष्पिता- प्रभाशंकर शर्मा
69-70. संवेदना और विचार की सशक्त अभिव्यक्ति- नरेश कुमार महरानी
71-77. इंटरव्यू: प्रो. पुष्पिता अवस्थी से अशोक श्रीवास्तव ‘कुमुद’ की बातचीत
78-133. पुष्पिता अवस्थी की कविताएं
134-137. मीडिया हाउस: 05 सितंबर 1920 से छप रहा ‘आज’-डॉ. इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी
138-139. 02 मई 1986 से छप रहा ‘आवाज़-ए-मुल्क’- डॉ. इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी
140-143. दास्तान-ए-अदीब: लक्ष्मीकांत वर्मा ने स्वतंत्रता सेनानी का पेंशन नहीं लिया - डॉ. इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी
144-148. अदबी ख़बरें


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