शुक्रवार, 18 नवंबर 2022

साहित्यकार की कल्पना में होती है वास्तविकता: एडीजी

 अमेरिका की डॉ. निशा समेत देशभर के साहित्यकारों का हुआ सम्मान

अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश


प्रयागराज। देशभर से आए साहित्यकारों और पत्रकारों को सम्मानित करके गुफ़्तगू ने एक बेहद महत्वपूर्ण कार्य किया है। वेैसे भी प्रया्रगराज अकबर इलाहाबादी, बच्चन, पंत, निराला जैसे साहित्यकारों का शहर रहा है। ऐसे शहर में गुफ़्तगू की तरफ से कराया जा रहा आयोजन बेहद महत्वपूर्ण है। साहित्यकारों का काम होता है कि वे अपनी रचनाओं के माध्यम सेे देश और समाज में एकता और खुशहाली पैदा करने का संदेश दें। इसमें साहित्यकार सफल भी रहते हैं, उनकी कल्पना में भी समाज का सही चित्रण किसी न किसी में होता ही है। यह बात 13 november 2022 को हिन्दुस्तानी एकेडेमी में गुफ़्तगू की ओर से आयोजित ‘गुफ़्तगू साहित्य समारोह-2022’ के दौरान मुख्य अतिथि अपर पुलिस महानिदेशक प्रेम प्रकाश ने कही। उन्होंने कहा कि आज सम्मान समारोह में दूर-दूर से आए हुए लोगों को देखकर लगता है कि प्रयागराज और गुफ़्तगू का यह कार्यक्रम वास्तविक में भी संगम ही है और यह सब संगमनगरी में हो रहा है। इस आयोजन से एक साहित्यक परिदृश्य सामने आ रहा है। साहित्य समाज और देश की बेहतरी के लिए ही रचा जाता है।

गुफ़्तगू के अध्यक्ष इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी ने कहा कि हमारी संस्था प्रत्येक वर्ष अच्छे रचनाकारों और पत्रकारों का सम्मान करती है। आज के दौर में जो लोग अच्छा लेखन कर रहे हैं, उनका सम्मान किया जाना चाहिए, इसी सोच के तहत गुफ़्तगे टीम कार्य करती रही है, बीस वर्ष से यह सिलसिला जारी है। आगे भी लोगों के सहयोग से इस तरह के साहित्यिक आयोजन होते रहेंगे।

कार्यक्रम के दौरान कुवैत की लेखिका नाज़नीज अली नाज़ की पुस्तक ‘खलिश’, आईएएस राम नगीना मौर्या की पुस्तक ‘आगे से फटा जूता’ और गुफ़्तगू के नए अंक विमोचन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. वीरेंद्र तिवारी ने कहा कि आज का आयोजन सही मायने में साहित्यकारों के सम्मान का कार्यक्रम है। गुफ़्तगू द्वारा प्रत्येक वर्ष देशभर के लोगों का सम्मान किया जा रहा है, यह एक बहुत नेक और शानदार आयोजन बन गया है।

डॉ. हसीन जीलानी ने कहा कि आज जहां एक तरफ साहित्यकारों का सम्मान हुआ वहीं दूसरी ओर नाज़नीज अली नाज़ की किताब ‘खलीस’ के हिन्दी और उर्दू संस्करणों का विमोचन किया गया। ‘खलिश’  एक बहुत शानदारी कहानी संग्रह है, जिसमें लेखिका ने समाज की स्थितियों का सटीक और बेहतरीन वर्णन किया है। नाज़नीन अली नाज़ ने कहा कि मेरी किताब को प्रयागराज जैसे साहित्यिक शहर में विमोचन होना, मेरे लिए बड़े गर्व की बात है, इसके लिए मैं गुफ़्तगू संस्था का आभारी हूं। कार्यक्रम का संचालन शैलेंद्र जय ने किया।

दूसरे दौर में मुशायरे का आयोजन किया गया। नरेश महारानी, अनिल मानव, प्रभाशंकर शर्मा, अशोक श्रीवास्तव कुमुद, नीना मोहन श्रीवास्तव, राजेश राज, अफसर जमाल, रचना सक्सेना, शिबली सना, दयाशंकर प्रसाद, अतीक़ नूर, सेलाल इलाहाबादी, देवी प्रसाद पांडेय, धीरेंद्र सिंह नागा, राधा शुक्ला, शाहीन खुश्बू, असद ग़ाज़ीपुरी आदि ने कलाम पेश किया।



अकबर इलाहाबादी सम्मान

तलब जौनपुरी

कुलदीप नैयर सम्मान 

स्नेह मधुर (वरिष्ठ पत्रकार), सुशील कुमार तिवारी (सहारा समय), पंकज चौधरी (न्यूज 24), गिरीश पांडेय (लोकमित्र) 

सुभद्रा कुमारी चौहान सम्मान 

डॉ. निशा पंड्या (अमेरिका), डॉ. तस्नीमा परवीन (रांची), अनिला सिंह (जम्मू कश्मीर), शगुफ्ता रहमान (काशीपुर), निधि चौधरी (किशनगंज, बिहार), सुनीता सिंह (लखनऊ) 

कैलाश गौतम सम्मान 

राम नगीना मौर्या (लखनऊ), श्याम नारायण श्रीवास्तव (रायगढ़), मोहम्मद क़मर सलीम  (मुंबई), चौधरी मुजाहिद हुसैन (अमरोहा), चंद्र प्रकाश पांडेय (प्रयागराज)

 इब्राहीम अश्क सम्मान 

डॉ. प्रकाश खेतान (प्रयागराज) सुशील खरे वैभव (पन्ना, मध्य प्रदेश), डॉ. अशफ़ाक़ अहमद (गोरखपुर) 

धीरज सम्मान 

डॉ. नीलिमा तिग्गा (अजमेर), स्नेहा पांडेय (बस्ती), प्रदीप बहराइची (बहराइच), सीमा वर्णिका (कानपुूर), नरेश महरानी (प्रयागराज) 

सीमा अपराजिता सम्मान 

सरिता कटियार (लखनउ), ममता देवी (कानपुर),, स्वराक्षी स्वरा (कटिहार),, शहाना बेगम (प्रयागराज), डॉ. निशा मौर्या (प्रयागराज)


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