गुफ़्तगू का कार्य अप्रत्याशित है: राजेंद्र गुप्ता
‘गुफ़्तगू साहित्य समारोह-2025’ में प्रतिभावान लोगों को मिला अवार्ड
राजेंद्र गुप्ता |
प्रयागराज। आमतौर पर साहित्यिक संस्थाएं बनती हैं, कुछ ही दिनों में टूट जाती हैं। क्योंकि अधिकतर मामलों में लोगो कें इगो हर्ट होने लगता है। मगर, प्रयागराज में गुफ़्तगू लगातार 23 वर्षों से संचालित हो रही है, यह बहुत बड़ी बात है, यह अप्रत्याशित है। पूरे देश से प्रतिभावानों का चयन करके प्रत्येक वर्ष सम्मानति किया जाना अपने-आप में बहुत बड़ा काम है। प्रयागराज में आकर इस तरह आयोजन देखना मुझे ही अच्छा लगा। संस्था के अध्यक्ष डॉ. इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी ने अपनी कार्यकुशलता से यह काम करके मिसाल कायम किया है। यह बात 19 मई 2025 को मुट्ठीगंज स्थित आर्य कन्या इंटर कॉलेज में आयोजित ‘गुफ़्तगू साहित्य समारोह-2025’ के दौरार मशहूर फिल्म अभिनेता और रंगकर्मी राजेंद्र गुप्ता ने कही।
सीमा अपराजिता अवार्ड ग्रहण करती अलका सोनी |
कार्यक्रम की भूमिका प्रस्तुत करते हुए डॉ. इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी ने कहा कि हमने एक टीम बनाने बनाकर साहित्य को समर्पित काम किया है। हमेशा से कोशिश रही है कि अच्छे कार्य करने वालों का सम्मान किया जाए, ताकि अच्छे कामों का प्रोत्साहन मिले।
कुलदीप नैयर अवार्ड ग्रहण करते रतिभान त्रिपाठी |
कुलदीप नैयर अवार्ड ग्रहण करते रोहिताश्व कुमार वर्मा |
सुभद्रा कुमारी चौहान अवार्ड करती डॉ.शहनाज़ ज़ाफ़र बासमेह |
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेंद्र ने कहा कि इस कठिन दौर में इमानदारी के साथ गुफ़्तगू ने बहुत ही परिश्रम से अपने-आपको खड़ा किया हैै। यह कार्य अपने आपमें अतुलनीय है।
न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेंद्र |
न्यायमूर्ति अशोक कुमार |
डॉ. इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी |
न्यायमूर्ति अशोक कुमार ने कहा कि साहित्यिक आयोजन की रूपरेखा तैयार करके उसे करके दिखा देना बड़ी बात है, यह काम टीम गुफ़्तगू ने करके दिखा दिया है। सिविल डिफेंस के चीफ वार्डेन अनिल कुमार ‘अन्नू भइया’ ने कहा कि प्रयागराज इलाहाबाद बहुत ही अच्छा कार्य कर रही है। इससे अन्य लोगों को भी सबक लेना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार मुनेश्वर मिश्र, शिक्षाविद् पंकज जायसवाल और पूर्व एडीशनल एडवोकेट जनरल क़मरुल हसन सिद्दीक़ी, नरेश कुमार महरानी, ने भी विचार व्यक्त किया। इस अवसर ‘गुफ़्तगू’ पत्रिका का भी विमोचन किया गया। कार्यक्रम का संचालन मनमोहन सिंह तन्हा ने किया।
अनिल कुमार उर्फ़ अन्नू भइया |
पंकज जायसवाल |
मुनेश्वर मिश्र |
दूसरे दौर में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। हकीम रेशादुल इस्लाम, अशोक श्रीवास्तव ‘कुमुद’, प्रभाशंकर शर्मा, मासूम रज़ा राशदी, डॉ. वीरेंद्र कुमार तिवारी, नीना मोहन श्रीवास्तव, अनिल मानव, राजेश राज जौनपुरी, अर्चना जायसवाल ‘सरताज’, शिवाजी यादव, अफसर जमाल, शैलेंद्र जय, मधुबाला गौतम, राम नारायण श्रीवास्तव, सिद्धार्थ पांडेय, भारत भूषण वार्ष्णेय, दयाशंकर प्रसाद, उत्कर्ष मालवीय, कमल किशोर कमल आदि ने काव्य पाठ किया।
गुफ़्तगू के अप्रैल-जून 2025 अंक का हुआ विमोचन |
इन्हें मिला अवार्ड
शम्सुर्रहमान फ़ारूक़ी - अकबर इलाहाबादी अवार्ड
कुलदीप नैयर अवार्ड -
रोहिताश्व कुमार वर्मा (दैनिक जागरण-मुजफ्फरनगर),
रतिभान त्रिपाठी (राजनैतिक संपादक-देशबंधु)
दिनेश सिंह (टीवी-9)
अचिन्त्य रंजन मिश्र (आज)
सुभद्रा कुमारी चौहान अवार्ड -
डॉ. शहनाज़ जाफ़र बासमेह (औरंगाबाद, महाराष्ट्र)
डॉ. कामिनी व्यास रावल (उदयपुर)
निरुपमा खरे (भोपाल)
वंदना रानी दयाल (ग़ाज़ियाबाद)
कैलाश गौतम अवार्ड -
अविनाश भारती (मुजफ्फरपुर)
विनोद कुमार विक्की (खगड़िया)
डॉ. आकांक्षा पाल (प्रयागराज)
डॉ. संतोष कुमार मिश्र (प्रयागराज)
उमेश नारायण शर्मा अवार्ड-
एडवोकेट रोहित पांडेय
एडवोकेट सत्येंद्र सिंह
एडवोकेट सय्यद आफ़ताब मेंहदी
एडवोकेट अमरेंद्र कुमार मिश्र
डॉ.सुधाकर पांडेय अवार्ड-
अलीशेर राईनी ‘भोलू’ (मरणोपरांत, दिलदानगर)
विनय राय ‘बबुरंग’ (ग़ाज़ीपुर)
संतोष कुमार शर्मा (ज़ामानिया)
मोहम्मद आरिफ़ अंसारी (प्रयागराज),
सीमा अपराजिता अवार्ड-
डॉ. प्रीता पंवार (फरीदाबाद)
डॉ. ऋषिका वर्मा (पौड़ी गढ़वाल)
अलका सोनी (बर्नपुर, पश्चिम बंगाल)
ज्योति सागर सना (दिल्ली)
मिल्खा सिंह अवार्ड-
ज़हीर हसन (फुटबाल)
प्रो. राकेश कुमार नायक (बॉक्सिंग)
भास्कर चंद्र भट्ट (बॉक्सिंग)
रणविजय सिंह (शॉटफुट थ्रोवर)
गुफ़्तगू अवार्ड-
अनुराग मिश्र (लखनऊ)
बसंत कुमार शर्मा (जबलपुर)
सरफराज हुसैर फराज (मुरादाबाद)
डॉ. रामावतार सागर (कोटा)
सुशील खरे ‘वैभव’ (पन्ना)
मंजुलता नागेश (प्रयागराज)
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