3.संपादकीय (उत्साहित करती है इतनी सक्रियता)
4-5. आपके ख़त
6-8. ग़ज़लें (कल्पना रामानी, डॉ. नीलम श्रीवास्तव, डॉ. तारा गुप्ता, अंजली मालवीय, डॉ. सोनरूपा, शिबली सना, मालिनी गौतम, वजीहा खुर्शीद, प्रज्ञा सिंह परिहार, रैना कबीर, शादमा अमान ज़ैदी, संजू शब्दिता)
9-32. कविताएं ( यश मालवीय, चित्रा देसाई, रितंधरा मिश्रा, स्नेहा पांडेय, अलका श्रीवास्तव, प्रिया श्रीवास्तव, शाहीन खुश्बू, तलत परवीन, मनोरमा श्रीवास्तव, शिवानी कोहली, मनीषा जैन, ममता किरण, सरस दरबारी, विजय लक्ष्मी विभा, प्रियवंदा अवस्थी, सरिता कुमारी, निवेदिता भावसार, तनु श्रीवास्तव, अर्चना पांडेय, अंकिता कुलश्रेष्ठ, कुमारी स्मृति, निवेदिता श्रीवास्तव, रुचि श्रीवास्तव, विभा रानी श्रीवास्तव, राधा त्रोत्रिय, सुषमा कुमारी, डॉ. अन्नपूर्णा शुक्ला, रंजना जायसवाल, मीनाक्षी सुकुमारन, सरोेज कुमारी, वंदना पांडेय, प्रीति समेकित सुराना, डॉ. एस. रज़िया बेगम, सरिता पंथी, सीत मिश्र, सुमन कुमारी, डॉ. मोनिका मेहरोत्रा, नज़मा नाहिद अंसारी, प्रीति अज्ञात, डॉ. अनुराधा चंदेल ‘ओस’, डॉ. वंदना शर्मा)
विशेष लेख:
33-36. अग्निसंभवा - उमाकांत मालवीय
37-41. परवीन शाकिर: स्त्री विमर्श कवयित्री - डॉ. असलम
42-43. तू अमिट निशानी थीः सुभद्रा कुमार चौहान - रविनंदन सिंह
44-45. संस्मरण: महादेवी वर्मा: स्त्री स्वाभिमान का मूर्त प्रतीक - आरती मालवीय
46-47. तआरुफ़: शबीहा खातून
48-50. इंटरव्यू: मैत्रेयी पुष्पा
51-52. चौपाल: मंच पर पढ़ने वाली अधिकतर कवयित्रियों पर सवाल उठता है कि वे खुद का लिखा नहीं पढ़तीं ?
53-92. कहानी (ममता कालिया, अलका प्रमोद, डॉ. पुष्पलता, प्रमिला वर्मा, आशा शैली, श्रद्धा पांडेय, डॉ. दीप्ति गुप्ता, रितंधरा मिश्रा, डॉ. मंजरी शुक्ला, संगीता सिंह ‘भावना’, सुधा आदेश)
93-95. लधुकथा ( अंकिता कुलश्रेष्ठ, डॉ. रिचा पाठक, शिबली सना, रजनी गोंसाईं)
96-98. तब्सेरा (लेखन, प्रकाशन में खूब सक्रिय हैं महिलाएं)
99-101. आजकल: वर्तमान समय की महिला पत्रिकाएं
102-105. पूनम कौसर के सौ शेर
106. गुलशन-ए-इलाहाबाद: लक्ष्मी अवस्थी
107-108. अदबी ख़बरें
परिशिष्ट:
109-124. मीरा सिन्हा
125-144. देवयानी
1 टिप्पणियाँ:
मुझे पत्रिका में स्थान देने के लिए हृदय से आभार
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