शुक्रवार, 6 सितंबर 2013

!!! पुस्तक मित्र ग्रुप से जुड़कर अपनी पुस्तक छपवायें !!!

‘गुफ्तगू’ की तरफ से ‘पुस्तक मित्र योजना’ की शुरूआत की जा रही है। इसके सदस्यों को अपनी पुस्तक छपवाने में बहुत आसानी हो जाएगी। योजना के तहत हर सदस्य को गु्रप की सदस्यता लेनी होगी, सदस्यता शुल्क मात्र 100 है। पहले चरण में कोशिश है कि कम से कम 100 लोगों का एक गु्रप बनाया जाए, और इस गु्रप में जिस भी सदस्य की पुस्तक प्रकाशित होगी, उसे ग्रुप का प्रत्येक सदस्य खरीदेगा, पुस्तक की कीमत 100 रुपये होगी। बिकी हुई पुस्तकों से प्राप्त सौ फीसदी रकम किताब के लेखक को दी जाएगी। एक वर्ष में गु्रप के चार लेखकों की पुस्तकों की प्रकाशित की जाएंगी, आवश्यकता पड़ने पर इसकी संख्या बढ़ाई भी जा सकती है। पुस्तकें साहित्य की सभी विधाओं की होंगी। अगर कोई सदस्य चाहे तो एक वर्ष में प्रकाशित होने वाली चारो किताबों के शुल्क सहित सदस्यता ले सकता है, ऐसी स्थिति में कुल 500 रुपये भेजने होंगे। सदस्यता शुल्क के साथ आप चाहें तो अपनी प्रकाशित होने वाली पुस्तक की ‘पांडुलिपी’ भेज सकते हैं। जिस कवि-लेखक की पुस्तक प्रकाशित करने के लिए स्वीकृत की जाएगी, उसे 5000 रुपये देने होंगे। सदस्यों के खरीदने पर प्राप्त पूरी राशि लेखक को दी जाएगी। पुस्तक के लेखक को एक प्रतियां प्रदान की जाएंगी। यदि आप इस गु्रप के सदस्य बनना चाहते हैं तो निम्नलिखित फार्म को भरकर सदस्या शुल्क की राशि चेक अथवा मनीआर्डर के साथ हमें भेज दे। चेक ‘गुफ्तगू’ के नाम ही बनायें।
नोट- निम्नलिखित फार्म ‘गुफ्तगू’ के सितंबर-2103 अंक में प्रकाशित हो रहा है,। जो लोग इसके गु्रप से जुड़ना चाहें वे इस फार्म को भरकर भेज दें। सदस्यों को गुुफ्तगू भेजी जा रही, जो गुुफ्तगू के सदस्य नहीं हैं, वे यहीं
से इस फार्म को डाउनलोड करके, भरकर भेज दें।


 

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