रविवार, 22 नवंबर 2015

गुफ्तगू के सितंबर 2015 अंक में


3. ख़ास ग़ज़लें: सरदार जाफ़री, मजरूह सुल्तानपुरी, फ़िराक़ गोरखपुरी, शकेब जलाली
4.संपादकीय: अभिव्यक्ति की आज़ादी के लिए
5-6.आपके ख़त
ग़ज़लें
7. डॉ. बशीर बद्र, प्रो. वसीम बरेलवी, इब्राहीम अश्क, ज़फ़र मिर्ज़ापुरी
8.बुद्धिसेन शर्मा, आरडीएन श्रीवास्तव, गौतम राजरिषी, बहर बनारसी
9.देवी नागरानी, अशोक अंजुम, सतीश शुक्ल रक़ीब, अनुपिंद्र सिंह ‘अनूप’
10. विनय सागर जायसवाल, साक्षी भारती ‘तन्हा’, डॉ. वारिस अंसारी, शिबली सना
11.विजय लक्ष्मी विभा, भानु कुमार मुंतज़िर, भारत भूषण जोशी, अखिलेश निगम ‘अखिल’
12. प्रमोद कुमार सुमन, रैना कबीर, अनिल पठानकोटी, डॉ. शगुफ्ता ग़ज़ल
कविताएं
13.परवीन शाकिर, कैलाश गौतम,
14.माहेश्वर तिवारी, डॉ. महाश्वेता चतुर्वेदिक
15. अमर राग
16.तलत परवीन
17.अरुण अर्णव खरे, धर्मंद्र श्रीवास्तव
18.रुचि श्रीवास्तव, डॉ. विनय श्रीवास्तव
19-20. तआरुफ़: केदार नाथ सविता
21. प्रसंगवश: अभूतपूर्व है लेखकों का यह विरोध: नवीन जोशी
22-24. चौपाल: साहित्यकारों का पुरस्कार लौटाना कितना उचित
25-29. अकबर के यहां मुकम्मल नज़रिया: प्रो. शम्सुरर्हमान फ़ारूक़ी
30-32. बह्र विज्ञान: इब्राहीम अश्क
33-36. इंटरव्यू: दूधनाथ सिंह
37-41. तब्सेरा: रात अभी स्याह नहीं, सिर्फ़ तेरे लिए, रुक्काबाई का कोठा, मौसमों के दरम्यान, अब कुछ कर दिखाना होगा
42-46. अदबी ख़बरें
47-50. हस्ती मल हस्ती के सौ शेर
51. गुलशन-ए-इलाहाबाद: प्रो. सय्यद अक़ील रिज़वी
परिशिष्ट
52. कमलेश भट्ट कमल का परिचय
53. लक़ीरों पर नहीं चलते कमलेश: डॉ. सरिता शर्मा,
54-55. वक़्त के अख़बार में सच्ची ख़बर: डॉ. वेद प्रकाश अमिताभ
56-57. तुम्हारा जुल्म भी जारी, हमारी जंग भी जारी- यश मालवीय
58-62.कमलेश भट्ट कलम की शायरी - डॉ. वशिष्ट अनूप
63-65.कमलेश भट्ट कमल की रचनाधर्मिता - डॉ. अनिल गहलौत
66-80. कमलेश भट्ट कमल की ग़ज़लें

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