मंगलवार, 1 जुलाई 2025

गुफ़्तगू के जनवरी-मार्च 2025 अंक में



3. संपादकीय - समाज से कटता जा रहा है साहित्यकार

4-7. मीडिया हाउस: वर्ष 1900 से निकलनी शुरू हुई सरस्वती पत्रिका-डॉ.इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी

8-9.रूबाई को नहीं मिली ख़ास अहमियत- डॉ. अमीर हमज़ा

10-12. दास्तान-ए-अदीब: प्रेमचंद के कहने पर हिन्दी में लिखने लगे उपेंद्रनाथ अश्क-डॉ.इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी

13-20. इंटरव्यू: आज का तंत्र कह रहा है कि आप अपने काम से काम रखिए - राजेंद्र गुप्ता

21-27.ग़ज़लें  मुनव्वर राना, उदय प्रताप सिंह, पवन कुमार, मनीष शुक्ल, डॉ. राहिब मैत्रेय, तलब जौनपुरी, बसंत कुमार शर्मा, खुरशीद खैराड़ी, रईस सिद्दीक़ी बहराइची, अनिल मानव, सोमनाथ शुक्ल, सूफ़िया ज़ैदी, शशिभूषण मिश्र ‘गुंजन’,  प्रकाश नीरव

28-39. कविताएं यश मालवीय, डॉ. प्रमिला वर्मा, पुष्पिता अवस्थी, डॉ.एम.डी. सिंह, डॉ. मधुबाला सिन्हा, डॉ. इम्तियाज़ अहमद ग़ाज़ी, डॉ. शबाना रफ़ीक़, उवर्शी उपाध्याय ‘प्रेरणा’, जयप्रकाश श्रीवास्तव, केदारनाथ सविता, डॉ. अनुराधा प्रियदर्शिनी, डॉ. पूर्णिमा पांडेय, जहांआरा ‘अर्शि’, केशव प्रकाश सक्सेना

40-41. लधुकथा: ईर्ष्या -पूनम कश्यप

42-45. चौपाल: अब साहित्यकार सत्ता के नज़दीक आने के लिए बेचैन है ?

46-47. तब्सेरा: अस्तित्व की पहचान, ग़ज़लकार अशोक अंजुम

48-49. उर्दू अदब: मरकज़े-नूर

50. ग़ाज़ीपुर के वीर: मोहम्मद इस्माइल ख़ान

51-56. अदबी ख़बरें

57-87. परिशिष्ट-1: डॉ. लक्ष्मी नारायण बुनकर

57. डॉ. लक्ष्मी नारायण बुनकर का परिचय

58-60.अपनी ओर आकर्षित करतीं कविताएं -डॉ. आदित्य कुमार गुप्ता

61-62.दिल छू लेने वाली कविताएं- अरविंद असर

63-64.कविताओं में शब्दों के सुंदर सामंजस्य- सोमनाथ शुक्ल

65-87. डॉ. लक्ष्मी नारायण बुनकर की कविताएं


88-117. परिशिष्ट-2 रचना सक्सेना

88. रचना सक्सेना का परिचय

89. मानवतावादी गीतकार रचना सक्सेना - डॉ. शहनाज़ ज़ाफ़र बासमेह

90-91.संवेदनाओं की कवयित्री रचना सक्सेना -डॉ. रामावतार सागर

92-94.एक सजग कवयित्री रचना सक्सेना - जगदीश कुमार धुर्वे

95-117. रचना सक्सेना की रचनाएं


118-148. परिशिष्ट-3 डॉ. शैलेष गुप्त ‘वीर’

118-119 डॉ. शैलेष गुप्त ‘वीर’ का परिचय

120-122. कथ्य और शिल्प की कसौटी पर खरे दोहे - रघुविंद्र यादव

123-126. दोहा विधा के प्रखर हस्ताक्षर डॉ. वीर- डॉ. भावना तिवारी

127-148. डॉ. शैलेष गुप्त ‘वीर’ के दोहे